आज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर भारत पहुँचे हैं — और खासी धूमधड़ाके के साथ। यह दौरा सिर्फ औपचारिक नहीं, बल्कि एक बड़े व्यापार मिशन की शुरुआत है, जिसे 2028 तक भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का वादा माना जा रहा है।
स्टार्मर के साथ एक बड़ा बिजनेस डेलिगेशन आया है जिसमें व्यापारी, उद्योगपति और निवेशक शामिल हैं। उनके एजेंडा में हैं:
- इंडिया‑UK व्यापार समझौते (trade agreements)
- प्रौद्योगिकी एवं नवाचार सहयोग
- उभारत के एक्सपोर्ट्स को बढ़ावा देना
- रोज़गार सृजन एवं निवेश आकर्षण
भारतीय व्यापार समुदाय में उत्साह है, क्योंकि नई डील्स से निर्यात (exports) को प्रचंड बूस्ट मिलने की उम्मीद है और रोजगार का विस्तार होगा। साथ ही, इस दौरे को ऐसे समय में देखा जा रहा है जब अमेरिका में टैरिफ्स की नीतियाँ अर्थव्यवस्था पर दबाव डाल रही हैं — ब्रिटिश सहयोग राहत की राह ला सकता है।
इस यात्रा से जुड़े मसलों में शामिल हैं:
- सस्ते वित्तपोषण (finance) और व्यापार में आसान नियम
- दोनों देशों के टेक्नॉलजी और स्टार्टअप सहयोग
- क्षेतिज़ों जैसे रक्षा, ऊर्जा और हरित तकनीक में साझा परियोजनाएँ
उम्मीद है कि इस दौरे से आने वाले देशों के बीच आर्थिक गठजोड़ और व्यापारिक पुल मजबूत होंगे — जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को एक नई ऊर्जा मिलेगी।
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