China is nano-second behind USA – चीन अब अमेरिका से सिर्फ “नैनोसेकंड” पीछे है, पूरी टेक्नोलॉजी दुनिया चौंक गई

चीन बनाम Nvidia: क्या AI चिप्स में अमेरिका की बादशाहत अब खत्म होने वाली है?

चीन बनाम Nvidia: क्या AI चिप्स में अमेरिका की बादशाहत अब खत्म होने वाली है?

JagSeva न्यूज़ डेस्क • अपडेट: अक्टूबर 2025

“सिर्फ कुछ नैनोसेकंड पीछे है चीन!”

जब Nvidia के सीईओ जेनसन हुआंग ने यह कहा कि चीन अब अमेरिका से सिर्फ “नैनोसेकंड” पीछे है, तो पूरी टेक्नोलॉजी दुनिया चौंक गई। तकनीक की रेस में अब नया मोड़ आ गया है।

DeepSeek: वो धमाका जिसने सबको चौंका दिया

2024 में चीनी स्टार्टअप DeepSeek ने ChatGPT जैसे AI मॉडल को टक्कर देने वाला टूल लॉन्च कर सबको हैरान कर दिया। इस मॉडल की खास बात ये थी कि:

  • कम खर्च में ट्रेन किया गया
  • बहुत कम हाई-एंड चिप्स का इस्तेमाल हुआ
  • Nvidia के शेयर मार्केट वैल्यू में गिरावट आई

Huawei, Alibaba और Cambricon का AI युद्ध

चीन की बड़ी कंपनियाँ अब सीधे Nvidia को चुनौती दे रही हैं:

  • Alibaba ने ऐसा चिप पेश किया जो Nvidia के H20 जितना ताकतवर है, वो भी कम ऊर्जा खपत के साथ।
  • Huawei ने अब तक के सबसे शक्तिशाली AI चिप्स और Nvidia को टक्कर देने की 3 साल की योजना पेश की।
  • Cambricon Technologies के शेयर 3 महीनों में दोगुना हो चुके हैं — निवेशकों की उम्मीदें आसमान पर हैं।

Tencent और चीन सरकार का बड़ा कदम

WeChat की मालिक कंपनी Tencent समेत कई दिग्गज अब घरेलू चिप्स पर भरोसा कर रहे हैं। चीन सरकार भी लगातार तकनीकी ट्रेड शो आयोजित कर रही है ताकि देश की तकनीक को वैश्विक मंच पर लाया जा सके।

Nvidia बोले: “मुकाबला आ चुका है”

BBC से बातचीत में Nvidia ने कहा:

“मुकाबला अब सामने है। हम अपनी गुणवत्ता और टेक्नोलॉजी के दम पर भरोसा जीतते रहेंगे।”

अभी भी कुछ चुनौतियाँ बाकी हैं…

कई विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन की AI चिप्स भविष्यवाणी आधारित AI में तो टक्कर देती हैं, लेकिन जटिल एनालिटिक्स में अभी पीछे हैं। सप्लाई चेन और सॉफ्टवेयर सपोर्ट जैसी समस्याएँ भी बनी हुई हैं।

क्या ये सिर्फ अमेरिका पर दबाव बनाने की रणनीति है?

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि चीन की ये घोषणाएँ अमेरिका पर चिप तकनीक बेचने का दबाव बनाने की रणनीति भी हो सकती हैं।

अमेरिका की सबसे बड़ी कमजोरी: Export Restrictions

अमेरिका ने Nvidia के हाई-एंड चिप्स चीन को बेचने पर पाबंदी लगाई है। लेकिन विशेषज्ञ राघवेंद्र अंजनप्पा का मानना है:

“चीन अब ज्यादा दूर नहीं है। 5 साल में वो अमेरिका से पूरी तरह स्वतंत्र हो सकता है।”

🚀 निष्कर्ष: क्या ड्रैगन अब बाज़ी जीतने वाला है?

चीन अब सिर्फ पश्चिमी टेक्नोलॉजी की नकल नहीं कर रहा, बल्कि उसे टक्कर देने की पूरी तैयारी में है। Nvidia की बादशाहत को अब गंभीर चुनौती मिल रही है — और अगला बड़ा AI चिप लीडर कौन होगा, ये तय करने का वक्त करीब है।

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लेखक परिचय: राजीव सेठी राजीव सेठी एक चार्टर्ड अकाउंटेंट और अनुभवी CFO हैं, जिन्होंने EY सहित कई प्रतिष्ठित संस्थानों में वित्त नेतृत्व की भूमिकाएँ निभाई हैं। वे वित्त, निवेश और डिजिटल ट्रांसफ़ॉर्मेशन के विशेषज्ञ हैं और JagSeva.com के माध्यम से वित्तीय ज्ञान को सरल और जनसुलभ बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका उद्देश्य है — हर भारतीय को आर्थिक रूप से जागरूक और आत्मनिर्भर बनाना।