ये कौन सा शेयर बाजार है जिसने 5% की रफ्तार पकड़ी — और भारत नहीं, कहीं और है असली बूम!
JagSeva न्यूज़ डेस्क
शेयर बाजार में आज जो हुआ, वो किसी ने सोचा नहीं था…
जब भारत और अमेरिका जैसे दिग्गज बाजार थोड़ी सुस्त चाल में थे, एक एशियाई शेयर बाजार ने ऐसा झटका दिया कि पूरी दुनिया की निगाहें उस पर टिक गईं।
और नहीं, ये भारत का Nifty या Sensex नहीं था।
असल में, आज की सबसे बड़ी तेजी जापान के शेयर बाजार (Nikkei) में देखने को मिली, जिसने लगभग 5% की छलांग लगाकर इतिहास रच दिया।
क्या हुआ जापान में? राजनीति और चिप्स की मिली जुली चाल
इस अचानक आई तेजी के पीछे सबसे बड़ा कारण था — एक राजनीतिक उलटफेर।
जापान की राजनीति में Sanae Takaichi नाम की एक नेता ने अप्रत्याशित जीत दर्ज की, और अब वे देश की अगली प्रधानमंत्री बनने की तैयारी में हैं। खास बात यह है कि वह आर्थिक प्रोत्साहन (stimulus) की पक्षधर मानी जाती हैं। उनकी जीत ने निवेशकों को भरोसा दिया कि अब सरकार बड़े पैमाने पर खर्च करेगी — और बाजार को इससे ऊर्जा मिलेगी।
💸 करेंसी और बॉन्ड मार्केट में भी हलचल
जहां शेयर बाजार उछला, वहीं जापानी येन डॉलर के मुकाबले गिरकर 1.8% नीचे चला गया।
यूरो के मुकाबले येन का स्तर इतिहास में सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया।
सिर्फ इतना ही नहीं, जापान के सरकारी बॉन्ड्स की ब्याज दरें भी उस स्तर पर पहुंच गईं, जो 2008 के बाद पहली बार देखने को मिला।
इसका साफ मतलब है — बाजार अब मानने लगा है कि जापान में ब्याज दरें जल्दी नहीं बढ़ेंगी और सरकार ढीली आर्थिक नीति अपनाएगी।
टेक्नोलॉजी और चिप सेक्टर बना असली हीरो
अब कहानी में ट्विस्ट लाया सेमीकंडक्टर और टेक्नोलॉजी सेक्टर ने।
जापान में चिप बनाने वाली कंपनियों और AI-से जुड़ी फर्मों में जबरदस्त तेजी देखी गई।
नई सरकार के समर्थन की उम्मीद ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि चीन और अमेरिका के बीच चल रही तकनीकी रेस में अब जापान भी दमदार एंट्री ले चुका है।
फ्रांस और अमेरिका में भी राजनीति ने बाजार को झकझोरा
- फ्रांस में राजनीतिक संकट गहराने से वहां के बाजार में गिरावट आई
- अमेरिका में सरकारी बंद (shutdown) की आशंका और बॉन्ड यील्ड्स के बढ़ने से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई
लेकिन इस सबके बीच, जापान ने सबसे चौंकाने वाली चाल चली — और सबसे चमकदार प्रदर्शन भी।
क्या ये नई दिशा है वैश्विक बाजारों के लिए?
निवेशकों के लिए ये एक संकेत हो सकता है कि अब सिर्फ अमेरिका या भारत ही नहीं, अन्य वैश्विक बाजार भी निर्णायक मोड़ पर हैं।
जापान का ये उछाल बताता है कि राजनीति, टेक्नोलॉजी और आर्थिक रणनीतियाँ — जब एक साथ आती हैं, तो बाजारों में विस्फोटक रफ्तार लाती हैं।
निष्कर्ष: जब आप भारत के Nifty की चाल देख रहे थे, जापान ने चुपचाप इतिहास लिख डाला!
यदि आप एक निवेशक हैं, तो यह मौका है गहराई से सोचने का —
क्या आप सही बाजार पर नज़र रख रहे हैं? या असली दौड़ कहीं और शुरू हो चुकी है?